आज समजने का कुछ सवाल ही नहीं पैदा होता। कितनी जिद होती है उस जिद मै,जो हम सोचते है की पूरी हो जाएगी।
वो वक़्त भी कितना वफादार होता जो हमे साथ देने का वादा करता,तो हम भी अपनी जिद को सच्चाई में बदल देते।
#poetry #MKNYK #Humanity #TruthMatters @MAYURKUMARNYK
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